काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था के आधार पर आचार्य रामचंद्र शुक्ल की आलोचना दृष्टि
काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था के आधार पर आचार्य रामचंद्र शुक्ल की आलोचना दृष्टि हिंदी साहित्य क्षेत्र में आचार्य रामचंद्र शुक्ल प्रधानतया आलोचक के रूप में विख्यात हैं। वे हिंदी आलोचना क…