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महादेवी वर्मा के निबंध 'श्रृंखला की कड़ियां' की भाषा शैली

"श्रृंखला की कड़ियां"  निबंधो की भाषा शैली  महादेवी वर्मा जी मूलतः एक कवयित्री तथा छायावाद के चार आधार स्तम्भों में से एक के रूप में प्रसिद्ध थीं। करुणा एवं भावुकता उनके व्यक्तित्…

हिन्दी साहित्येतिहास लेखन की परंपरा

हिन्दी साहित्येतिहास लेखन की परंपरा . हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा का वास्तविक आरम्भ 19वीं शताब्दी से माना जाता है। हिंदी साहित्य के इतिहास लेखकों में जो उल्लेखनीय हैं, उनका वि…

नाटक में क्षेत्रीय हिन्दी का प्रयोग

नाटक में क्षेत्रीय हिन्दी का प्रयोग भाषा के चार स्तर माने जाते हैं। 1. बोलचाल की भाषा, 2. गद्य की भाषा, 3. पद्य की भाषा, और 4. सृजनात्मक गद्य की भाषा। यह भी प्रायः देखा गया है। कि त…

हिंदी साहित्य का काल-विभाजन और नामकरण की समस्या

हिंदी साहित्य का काल-विभाजन और नामकरण की समस्या  . प्रस्तावना (Introduction ) हिंदी साहित्येतिहास लेखन में जो आरंभिक प्रयास थे कविमाला या 'भक्तिमाला' सदृश रचनाएँ हों, चाहे गार्…

हिंदी साहित्येतिहास लेखन की प्रमुख पद्धतियाँ

साहित्येतिहास लेखन की पद्धतियाँ ।               • हिदी साहित्य के इतिहास की दृष्टि से उल्लेख्य ग्रंथ भक्तिकाल से हो मिलने लगते हैं। जैसे गोकुलनाथ कृत 'चौरासी वैष्…

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